दो दिन का मेला जग में सब चलाचली का खेला। कोई चला गया कोई जावे कोई...

तेरो जन्म मरण मिट जाय हरि का नाम सुमिर प्यारे। जग में आया नरतन पाया भाग्य...

तेरी गति किनहुँ न जानी हो ब्रह्मा सेस महेसुर थाके चारो बानी हो। वाद करते सब...

जाग रे मन सब रैन बिहाणी जाए जन्म अंजुली को पानी। घड़ीघड़ी घड़ियाल बजावै जो दिन...

जगत में झूठी देखी प्रीत। अपने ही सुख स्यों सब लागे क्या दारा क्या मीत। मेरी...

जग में कहा कियो तुम आए स्वान जैसे पेट भर के सोयो जन्म गवाए। पहर पिछले...

ज्यों त्यों राम नाम ही तारे। जान अजान अग्नि जो छुए वह जोरे पर जारे। उल्टा...

घूंघट के पट खोल रे तोहे पिया मिलेंगे। घटघट रमता राम रमैया कटुक बचन मत बोल...

काया नहीं तेरी नहीं तेरी मत कर मेरीमेरी। ये तो दो दिन की जिन्दगानी जैसा पत्थर...

कुछ लेना न देना मगन रहना। पाँच तत्व का बना पिंजड़ा जांमै बोले मेरी मैना। गहरी...

कोई जानेगा जाननहारा साधो हरि बिन जग अंधियारा। या घट भीतर सोना चांदी यही में लगा...

आवै न जावै मरे नहीं जन्मे सोई निज पीव हमारा हो। न प्रथम जननी ने जन्मों...