जेथे जातो तेथे तू माझा सांगाती। चालविसी हाती धरोनिया। चालो वाटे आम्हा तुझासी आधार। चालविसी भार...

देह शुद्ध करुनी भजनी भजावे। आणिकाचे नाठवावे दोष गुण।। धृ ।। साधने समाधि नको पां उपाधी।...

धन्य आजि दिन झाले संताचे दर्शन। अनंत जन्मांचा शीण गेला।। धृ ।। मज वाटे तयासी अलिंगन...

पुण्य परउपकार पाप ते परपीडा। आणिक नाही जोडा दुजा यासी।। धृ ।। सत्य तोचि धर्म असत्य...

झूमझूम के गाये जा जीवन के गीत सुनाये जा डरना मरना कुछ नहीं करना मस्ती में...

जाती जिधर को नजरिया हमारी उधर देखता हूँ मैं सूरत तुम्हारी। खिला है ये दुनिया का...

नरहरि चंचल है मति मेरी कैसे भक्ति करूँ मैं तेरी। तू मोहे देखेहौं मैं तोहे देखूँ...

जागने दी वेला आई जागो प्यारे चढ़या चानना छिपे तारे। जागने दी वेला आई जागने दी...

भई परापति मानुख देहुरीआ।। गोबिंद मिलण की इह तेरी बरीआ।। अवरि काज तेरै कितै न काम।।...

मनोबुद्ध्यहंकारचित्तानि नाहं न च श्रोत्रजिह्वे न च घ्राणनेत्रे ॥ न च व्योमभूमिर्न तेजो न वायुः चिदानन्दरुपः...

ऐसा ज्ञान जपो मन मेरे। होवो चाकर सांचे केरे।। अंतर बसे न बाहर जाए। अमृत छोड़...

प्रेम के मारे ऐसे तीर हिरदा चीर गये। छुपछुप कर मैं दर्शन करती दूर ही दूर...