भजन बिन जीवन पशू समान । टेक भोगै लड़ै खाय पशु सोवै यहै चारि माँ मनुवा...

भजन बिन ऐसो होत बड़े । टेक तीन हाथ की लम्बी घेंचै खीसै दाँत कढ़े ।...

भजन करु भजन करु भजन करु राम का भजन है सोई जो राम रीझै । १...

भजन कर बीती जात घरी । टेक जग में आया हवा जब लागी माया अमल करी...

भजन कर जग में जीवन सार । टेक नर देही का गर्ब न कीजै जर बर...

भजन कब करिहौ जनम सिरान । टेक गर्भवास में बहु दुख पायो बाहर आय भुलान ।...

भक्ति का मारग झीना रे । नहिं अचाह है नहिं चाहना चरणन है लौलीना रे ।...

भक्ति सब कोई करे भरमना ना टरे भरम जंजाल दुख द्वन्द भारी । काल के जाल...

बोलो साधो अमृत बानी कंबल भीजै पानी । १ नौका डूबे सिल उतराय मछली धरि के...

बुरा भी अपना आप करता है भला भी आपना आप सारै । १ आपही आपको पार...

बीती बहुत रही थोरी सी । टेक खाट पड़े नर झंखन लागे निकस प्राण गयो चोरी...

बीत गए दिन भजन बिना रे । टेक बाल अवस्था खेल गवाँयो जब ज्वानी तब मान...