का नर सोवत मोह निशा में जागत नाहिं कूच नियराना। टेक  पहिला  नगारा  श्वेत  केश भै...

का करै नमाज बाय बिगड़ी। टेक  लोहरा के घर छुरी बनावै काटैं गरदन हलाल करैं बकरी।...

कहैं कबीर तू साधु गुरु सेइ ले दया के तख़्त पर बैठ भाई। १  ग्यान के...

कहा नर गरबस थोरी बात। टेक  मन दस नाज टका चार गाँठी ऐंड़ो टेढ़ो जात। टेक ...

कहर की जहर दिल बीच ते दूर कर खोज दिल बीच जहँ बसत हक्का। १  खूब...

कहन को सूर और रहन को कूर हैं रहन बिनु कहन किस काम आवै। १  रहन...

कहन को साहु अरु वृत्ति है चोर की साहुजी कहत नहिं सरम आवै। १ झूठ ही...

कहतबी खूब जो रहन रजमा रहै। कहतबी खूब जो साँच बोलै। १  कहतबी खूब जो साँच...

कर्म  और  धर्म संसार  सब  करतु  है पीव  की  कोइ  संत  जानै। १  सुरत अौ निरत...

करो रे मन वा  दिन की तदबीर । टेक  जब  यमराजा  आन  पड़ेंगे नेक  धरत नहिं...

करो  यतन सखी साईं मिलन की। टेक गुरिया  गुरवा  सूप  सुपलिया तज दे बुध लरिकैयाँ खेलन...

करो न कोई मन की परतीत।  थाह बताय डुबावत भव  में बनि   हितकारी  मीत। टेक ...