मै नाही प्रभ सभु किछु तेरा।। ईघै निरगुन ऊघै सरगुन केल करत बिचि सुआमी मेरा।।।। रहाउ।।...

कउनु मूआ रे कउनु मूआ।। ब्रहम गिआनी मिलि करहु बीचारा इहु तउ चलतु भइआ ।।।। रहाउ।।...

हर जी माता हर जी पिता हर जीउ प्रतिपालक।। हर जी मेरी सार करे हम हर...

या बिधि भजन करो मन लाई। निर्मल नाम लखो बिनु लोचन सेत फटिक रोसनाई ।।।। सीप...

आरति करो मन आरति करो ।।।। गुरु प्रताप साधु की संगति आबा गमन तें छूटि पड़ो...

झिलमिल झिलमिल बरखै नूरा नूर जहूर सदा भरपूरा ।।।। रुनझुन रुनझुन अनहद बाजै भँवर गुँजार गगन...

हरि जन जीवता नहिं मुआ।। टेक।। पाँच तीन पचीस पायक बाँधि डारु कुआ ।।।। अष्ट दल...

निरगुन चुनरी निर्बान कोउ ओढै संत सुजान ।।।। षट दरसन में जाइ खोजो और बीच हैरान...

हौं तो खेलौं पिया सँग होरी ।।।। दरस परस पतिबरता पिय की छबि निरखत भइ बौरी...

ऐसा वर देही हरि। गायी नाम निरंतरी।। धृ ।। पुरवी आस माझी देवा। जेणे घडे तुझी...

अवघा रंग एक झाला। रंगी रंगला श्रीरंग।। धृ ।। मीतूपण गेले वाया। पाहता पंढरीच्या राया।। ।।...

कंकड़िया मार के जगाया श्याम चुपके से भवन में आया श्याम दिखने में भोला भाला नटखट...