मैं गिरधर के घर जाऊं। गिरधर म्हारो साचो प्रीतम देखत रूप लुभाऊं। रैन पड़े तब ही...

मुरली बाज उठी अणघातां सुन के भुल गईयां सब बातां। लग गए अनहद बाण न्यारे झूठी...

तेरे इश्क़ नचाइआ कर थइआ थइआ। तेरे इश्क़ ने डेरा मेरे अंदर कीता भर के ज़हर...

तेरी कहानी मैं गाऊँ सुबह और शाम। अलख तेरी ही जगाऊँ सुबह और शाम। गुज़रे जाते...

जाणिया वे जाणिया। जिवें फूलां विच खशबो तू दीवा ते मैं तेरी लौ। अन्दर बाहर जलवा...

जाऊँ मैं जहाँ तुम्हीं हो वहाँ। सारी जगह तू ही रमा जाऊँ मैं जहाँ। चलती हवा...

की करदा की करदा दिलबर की करदा। आप इको कई लख घरां दा मालक है घरघर...

कहो किस थीं आप छुपाईंदा। कित्ते मुल्लां हो के बुलेंदे हो किते सुनत फ़रज़ दसेंदे हो।...

इश्क़ दी नविंयों नवीं बहार। जां मैं सबक़ इश्क़ दा पढ़िया मसजद कोलों जीउड़ा डरया। डेरे...

तेरी याद में जब आँसू आँखों में आते हैं। इक दर्द उठे मीठा और हम मुस्काते...

जो ऐसी कृपा हो जाये प्रभु मुझे तेरा दर्शन मिल जाए। अपना यहाँ पर कोई न...

जिया तड़पे श्यामा मेरा कदी पा दुखियां दे वल फेरा।। कुर्बान तेरी हस्ती तों सदके तेरी...