Surrender
भरोसा है मुझे तेरा तूँही मेरा सहायक है टेक सकल दुनियाके अंदर में अखंडित राज्य है...
दिखा दे यार अब मुखड़ा घूंघट में क्यों छिपाया है टेक हुसन तेरे का है सानी...
सुनो दिलको लगा प्यारे रूप ईश्वर का अविनाशी टेक चलें जिसके सहारे से सकल संसार के...
समझकर देखले प्यारे मोक्ष का पंथ है न्यारा टेक यज्ञ तप दान करने से स्वर्ग के...
बता दे मोक्ष का मारग गुरु मैं शरण में तेरी टेक जगत के बीच में नाना...
मुझे क्या काम दुनिया से विरह में मैं दीवाना हुं टेक प्यारे की खोज में निशदिन...
बिना सतसंग के मेरे नहीं दिल को करारी है टेक जगत के बीच में आया मनुज...
पिलादे प्रेम का प्याला प्रभु दर्शन पियासी हुँ छोड़कर भोग दुनिया के योग के पंथ में...
दिला दे भीख दर्शन की प्रभु तेरा भिखारी हुँ टेक चलकर दूर देशन से तेरे दरबार...
दिलादे नाथ अब दर्शन खड़ा हूं द्वार पे आकर टेक सुना जग बीच में तेरा जबी...
करो तुम प्रेम ईश्वर से अगर तू मोक्ष चाहता है टेक रचा उसने जगत सारा करे...
जतन कर आपना प्यारे कर्म की आश मत कीजे टेक मनुजकी देह गुणकारी अकल पशुओं से...