नाथ तेरी मायाजाल बिछाया जामे सब जग फिरत भुलाया टेक कर निवास नौमास गर्भ में फिर...

आज सखी सपने में आये नारायण बैकुंठ बिलासी टेक मदन अनेक वदन की शोभा रवि शशि...

आज सखी सतगुरु घर आये मेरे मन आनंद गयो री टेक दर्शन से सब पाप बिनाशे...

भाग्य बड़े सतगुरु मैं पायो मन की दुविधा दूर नसाई टेक बाहिर ढूंड फिरा मैं जिसको...

जै कमले कमलासन सुन्दरी सकल जगत माता सुखदाई टेक मोरमुकुट मस्तक पर राजे वनमाला गल बीच...

जै जगदीशवरी मात सरस्वती शरणागत प्रति पालनहारी टेक चंद्रबिंब सम वदन बिराजे शीश मुकुट माला गलधारी...

जै दुर्गे दुर्गति परिहारिणी शंभुविदारिणी मात भवानी टेक आदि शक्ति परब्रम्‍हस्वरूपिनी जगजननी चहु वेद बखानी ब्रम्‍हा...

जै गनेश गणनाथ दयानिधि सकल विघन कर दूर हमारे टेक प्रथम धरे जो ध्यान तुमारो तिसके...

मै नाही प्रभ सभु किछु तेरा।। ईघै निरगुन ऊघै सरगुन केल करत बिचि सुआमी मेरा।।।। रहाउ।।...

कउनु मूआ रे कउनु मूआ।। ब्रहम गिआनी मिलि करहु बीचारा इहु तउ चलतु भइआ ।।।। रहाउ।।...

हर जी माता हर जी पिता हर जीउ प्रतिपालक।। हर जी मेरी सार करे हम हर...

या बिधि भजन करो मन लाई। निर्मल नाम लखो बिनु लोचन सेत फटिक रोसनाई ।।।। सीप...