जाणिया वे जाणिया। जिवें फूलां विच खशबो तू दीवा ते मैं तेरी लौ। अन्दर बाहर जलवा...
जाऊँ मैं जहाँ तुम्हीं हो वहाँ। सारी जगह तू ही रमा जाऊँ मैं जहाँ। चलती हवा...
खामोश का ख़जाना खामोश ढूँढता है। क़दमों तले है दौलत दौलत को ढूँढता है। कमवख़्ती कमवख़्त...
क्या बताऊँ मैं कहाँ हूँ तू जहाँ है मैं वहाँ हूँ। खामोशी दूसरा मेरा नाम है...
तेरी याद में जब आँसू आँखों में आते हैं। इक दर्द उठे मीठा और हम मुस्काते...
जो ऐसी कृपा हो जाये प्रभु मुझे तेरा दर्शन मिल जाए। अपना यहाँ पर कोई न...
जोगिया मेरे घर आये। कानन कुण्डल गले मृग सोहत अंग विभूति लगाए। भीतर बाहर मौन जोगी...
जब सन्त सहारा बन जाए तो काहे मन घबराए। जब गुरु पूर्ण है मिला तुझे फिर...
जिया तड़पे श्यामा मेरा कदी पा दुखियां दे वल फेरा।। कुर्बान तेरी हस्ती तों सदके तेरी...
जरा तो इतना बता दो प्रीतम लगी यह कैसी लगा रहे हो मुझी में रहकर मुझी...
एक दिन जाना है अपने देश को जाना यह देश बेगाना है अपना क्यों घर माना।...
ओ भगवान प्यारे अपना हमें बना ले। अपना हमें बना ले चरणों से अब लगा ले।...