लगन तुम से लगा बैठे जो होगा देखा जाएगा। तुम्हें अपना बना बैठे जो होगा देखा...

सुख आते हैं दुख आते हैं। इन आते जाते सुख दुख में हम मस्त रहते हैं।।...

सब कुछ तेरा कुछ नहीं मेरा। संगता ममता सत् गुरु तोड़ी प्रेम की डोर तुम संग...

साँवल साँवल साँवल साँवल कदी आ चन वे फेरा पा चन वे जिंद जान तो उडीकदीं...

हम तो हमारी मस्ती में झूमते चले हैं। आदाब कर लिया है जो राह में मिले...

हम अपना कर्म तो कर ही चुके अब करम तुम्हारा देखेंगे। जब शरण तुम्हारी आ ही...

हरि नाम के हीरे मोती मैं बिखरावाँ गलीगली ले लो रे कोई राम का प्यारा शोर...

गुरु जी मैंणू भुल न जांवी मेरे घर फेरा पावीं। रोंदियां ने अखां दीदार दे लई।...

टिकटां लै लो जी सत् गुरां ने रेल चलाई। सारे बै जाओ जी सत् गुरां ने...

सत् गुरां दे चरणां उत्तों पूरे गुरु दे चरणां उत्तों। मैं बलिहार हो गया मेरा उजड़िया...

सत् गुरु तेरे चरणों की गर धूल ही मिल जाए। सच कहती हूँ मैं सत् गुरु...

सुनो दर बदर ठोकरें खाने वालों सत् गुरु के दर पे मुकद्दर जगा लो। जो चाहोगे...