हंसा यह पिंजड़ा नहिं तेरा।। कंकड़ चुनचुन महल बनाया लोग कहैं घर मेरा। ना घर मेरा...

मानत नहिं मन मोरा साधो मानत नहिं मन मोरा। बार बार मैं कहि समुझावौं जग में...

जोगी जन जागत रहियो भाई। जागत रहियो सोया न जइहो चोर मूसि ले जाई। । बिरह...

आतम अनुभव सुख की का कोई बूझै बात। कै जो कोई जानई कै अपनो ही गात।।...

हमन है इश्क मस्ताना हमन को होशियारी क्या। रहे आज़ाद या जग में हमन दुनिया से...

हमका ओढ़ावे चादरिया चलती बिरिया। प्राण राम जब निकसन लागे उलट गई दोउ नैन पुतरिया। भीतर...

साधो यह मुरदों का गाँव साधो पीर मरै पैगम्बर मरिहै मरिहै जिंदा जोगी। चंदा मरिहै सूरज...

मत कर मोह तू हरि भजन को मान रे। नयन दिये दर्शन करने को स्रवण दिए...

पंडित वाद कहन ते झूठा राम कहा जगत गति पावै खांड कहा मुख मीठा। पावक कहा...

अब मैं अपने राम को रिझाऊँ बैठ भजन गुण गाऊँ। डाली छेड़ूँ न पत्ता छेड़ूँ न...

कबीर करत है बीनती सुनो संत चित लाय। मारग सिरजनहार का दीजै मोहिं बताय।। सतगुरु बड़े...

ऐसा कोई ना मिला समुझै सैन सुजान। ढोल बाजता ना सुनै सुरतिबिहूना कान।। ऐसा कोई ना...