रहना नाहीं देस बेगाना है। ये संसार कागज की पुड़िया बूँद पड़े घुल जाना है। ये...

अवधू युक्ति विचारे सोई जोगी। हंसा होय नाम को पीवै कदे ना होव रोगी। । मूल...

सईयां निकर गये मैं ना लरी। ना मैं बोली ना मैं चाली ओढ़ी चुनरिया परी रही।...

अवधू सो जन हमको भावै। भूले को घर लावै । । घर में भोग जोग घरहि...

नैया मोरी नीके चालन लागी आंधी मेघ कछु नहीं व्योपे। चढ़े संत बड़भागी। उथले रहे तो...

ग्यान का धनुष ले मुक्ति मैदान में सीलका बान ले मतंग मारा। सबद का घाव सो...

भजन में होत आनंद आनंद। बरसत शब्द अमी के बादल भीजत है कोई संत ।। अगर...

मेरा तेरा मनुवा कैसे एक होई रे । मैं कहता हौं आँखन देखी तू कहता कागद...

मेरी लगन अब लागी है। बंधन काटि किया गुरु मुक्ता जरा मरण भ्रम भागी है।। जब...

मेरी सुरति सोहागिन जाग रे। का सोवै तू लोभ मोह में उठ के गुरु चरणों लाग...

अवधू चाल चले सो प्यारा।। निस दिन नाम विदेही सुमिरे कबहुँ न टूटे तारा।। सपने नाम...

काया नहीं तेरी नहीं तेरी। ये तो दो दिन की जिन्दगानी जैसा पत्थर ऊपर पानी। ये...