ऐसा कोई ना मिला समुझै सैन सुजान। ढोल बाजता ना सुनै सुरतिबिहूना कान।। ऐसा कोई ना...

हिरदै नामु वसाइहु।। घरि बैठे गुरु धिआइहु।। गुिर पूरै सचु कहिआ।। सो सुखु साचा लहिआ।। अपुना...

हरि बिन क्यूँ जीऊँ री माय। हरि कारण बौरी भई जस काठहि घुन खाय। औषध मूल...

हरि तुम हरो जन की पीर द्रोपदी की लाज राखी तुरत बढ़ायो चीर। भगत कारण रूप...

हर हर ओम् हर हर ओम्। जंगल में जोगी बसता है वो रोता है ये हँसता...

हमारे गुरु वचनन की टेक। आन धर्म को नाहीं जानूं जपूं हरि हरि एक। गुरु बिना...

हमारे गुरु पूर्ण दातार। अभय दान दीनन को दीने कीने भवजल पार। जन्मजन्म के बंधन काटे...

हम तो दीवाने तेरे हैं हम तो मस्ताने तेरे हैं। हम योगी हैं कोई रोगी नहीं...

हम तुमसे जुदा हो सारा जन्म रोते ही रहे रोते ही रहे मन विषयों में फंसा...

हे री मैं तो प्रेम दीवानी मेरो दर्द न जाणै कोय। घायल की गति घायल जाणै...

साधो सहज समाधि भली। गुर परताप जा दिन से जागी दिन दिन अधिक चली। जहँ जहँ...

साधो सदगुरु संग रंग होली का खेलो। वैराग्य का साबुन मन को लगाओ धोवो मलमल के...