मेरा शीश गुरु चरणीं टिकाया रैन दे। मैंनू नाम दा अनोखा रस आया रैन दे।। दुनिया...

मने चाकर राखो जी गिरधारी लाल चाकर राखो जी। चाकर रहसूं बाग लगासूं नित उठ दर्शन...

मजा है जो फकीरी में अमीरी क्या समझ पाए। उसे हरदम खुशी रहती जिसे हरदम लगी...

भज मन चरण कमल अविनाशी। जे ताई दीसे धरण गगन विच ते ताई सब उठ जासी।...

प्रेम प्याला गुरु दिया रे साधो रे। जा सो मस्त मलंग हम थिया रे। प्रेम बठी...

प्रेम के मारे ऐसे तीर हिरदा चीर गये। छुपछुप कर मैं दर्शन करती दूर ही दूर...

पीआ रे राम रस पीआ रे। भरिभरि देवै सुरत कलाली दरिआ दरिआ पीना रे। पीवतपीवत आपा...

पिला दे प्रेम का प्याला प्रभु दरशन की प्यासी हूँ। छोड़ के भोग दुनिया के योग...

पिया मिलन के काज आज जोगन बन जाऊँगी। हार श्रृंगार छोड़ के सारे अंग विभूति रमाऊँगी...

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो वस्तु अमोलक दी मेरे सतगुरु कर किरपा अपनायो। जन्मजन्म...

प्रभु तू याद आता क्यों नहीं है मेरे मन में समाता क्यों नहीं है। प्रभु सारे...

प्रभुजी अब खोलो दया का द्वार। कई जन्मों से भटक रहा हूँ मत करना इनकार। तेरा...