Surrender
मैं तो आई फक्त तेरे दीदार को क्या खबर थी के आते ही लुट जाऊंगी। फूल...
भगवान तुम्हारे मंदिर में मैं तुझे रिझाने आई हूँ। वाणी में तनिक मिठास नहीं पर विनय...
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना इसे मैं उठाने के काबिल नहीं हूँ। आ तो गयाहूँ...
तेरी सूरत जो मन में बसी है क्या करूँ जा के मंदिर शिवाले। ख़ाक हो गए...
तेरे फूलों से भी प्यार तेरे कांटों से भी प्यार। जो तू देना चाहे दे दे...
ना सजदा करते थे हम कभी काबे के सिवा। सिर खुद बखुद ही झुक गया कामल...
मेरा रुठे न जी मोहन प्यारा चाहे सारा जग रुठे। मैं तेरी हूँ तू है मेरा...
मैं द्वारे तेरे आई आ के झोली फैलायी तू दे दे दाता जो चाहे। चाह नहीं...
ये तो प्रेम की बातें है ऊधो बन्दगी तेरे बस की नहीं है। यहाँ सिर दे...
लगन तुम से लगा बैठे जो होगा देखा जाएगा। तुम्हें अपना बना बैठे जो होगा देखा...
सत् गुरां दे चरणां उत्तों पूरे गुरु दे चरणां उत्तों। मैं बलिहार हो गया मेरा उजड़िया...
ये प्रेम सदा भरपूर रहे गुरुदेव तुम्हारे चरणों में। ये अर्ज़ मेरी मंजूर रहे गुरुदेव तुम्हारे...