कहो किस थीं आप छुपाईंदा।
1. कित्ते मुल्लां हो के बुलेंदे हो, किते सुनत फ़रज़ दसेंदे हो।
किते राम दुहाई देंदे हो, किते मत्थे तिलक लगाईंदा।
2. मैं मेरी है कि तेरी है, ऐह अंत भसम दी ढेरी है।
एह ढेरी पिया ने घेरी है, ढेरी नूं नाच नचाईंदा।
3. बिदंराबन में गऊआं चरावे, लंका चढ़ के ओह नाद वजावे।
मक्के दा बन हाजी आवे, वाह-वाह की रंग वटाईंदा।
4. हुन पास तुहाडे वसांगी, न बेदिल हो के मैं नसांगी।
सब भेद तुहाडे दसांगी, क्यों मैंनू अंग न लाईदा।
5. बुल्लाशाह हुन सही सिंझाते हो, हर सूरत नाल पछाते हो।
किते आते हो किते जाते हो, हुन मैंथों भुल न जाईदा।