माझे मनोरथ पूर्ण करि देवा। केशवा न माधवा नारायणा।। धृ ।। नाही नाही मज आणिक सोयरा।...

रूखड़ी न खायौ राम रूखड़ी न खायौ। हाथ हमारे घिरत कटोरी अपना बांटा ले जायौ। दौड़ेदौड़े...

ईभै बीठलु उभै बीठलु बीठल बिनु संसार नही।। थान थनंतरि नामा प्रणवै पूरि रहिओ तूं सरब...