सभै घट रामु बोलै, रामा बोलै।।
राम बिना को बोलै रे।।

1. एकल माटी कुंजर चीटी, भाजन हैं बहु नाना रे।।
असथावर जंगम कीट पतंगम, घटि घटि रामु समाना रे।।

2. एकल चिंता राखु अनंता, अउर तजहु सभ आसा रे।।
प्रणवै नामा भए निहकामा, को ठाकुरु को दासा रे।।