सरब सुखा गुर चरना।।
कलिमल डारन मनहि सधारन,
इह आसर मोहि तरना।।
पूजा अरचा सेवा बंदन, इहै टहल मोहि करना।।
बिगसै मनु होवै परगासा, बहुरि न गरभै परना।।
सफल मूरति परसउ संतन की इहै धिआना धरना।।
भइओ क्रिपालु ठाकुरू नानक कउ, परिओ साध की सरना।।
सरब सुखा गुर चरना।।
कलिमल डारन मनहि सधारन,
इह आसर मोहि तरना।।
पूजा अरचा सेवा बंदन, इहै टहल मोहि करना।।
बिगसै मनु होवै परगासा, बहुरि न गरभै परना।।
सफल मूरति परसउ संतन की इहै धिआना धरना।।
भइओ क्रिपालु ठाकुरू नानक कउ, परिओ साध की सरना।।