मैं तेरा ही प्रभु कोई जाने या न जाने।

1. सब जग तेरी रज़ा में चाले,
तू ही समरथ सम्भाले।

2. तू है अनंत तेरा पार न पावे,
महिमा तेरी कौन बखाने।

3. निसदिन तेरा ध्यान लगाऊँ,
और दाता किसे ध्याऊँ।

4. मन की लगन तुझी संग लगाई,
चरणों में तेरे लागी।