प्रभु जी मोरी विनती सुनो,
निशब्द सी है प्रार्थना, चरणों में ही रखना।
1. अंधियारे जीवन का उजियारा एक हो तुम,
तेरे सहारे जीवन गुजारे सुनो।
2. तुम न सुनोगे तो कौन सुने भगवन,
आस ये मेरी, प्यास ये मेरी सुनो।
3. अन्तर्यामी हो, सृष्टि के स्वामी हो तुम,
दरश दिखा दो, प्यास बुझा दो सुनो।