अब तो अमर पद पाया है॥  दुःख न दर्द काल नहि व्यापे आनंद मंगल गाया है॥ ...

दुःख न दर्द काल नहि व्यापे आनंद मंगल गाया है॥ मूल बीज बिनु वृक्ष बिराजै सतगुर...