ऐसा ज्ञान जपो मन मेरे। होवो चाकर सांचे केरे।। अंतर बसे न बाहर जाए। अमृत छोड़...

जिस तन लगया इश्क़ कमाल नाचे बेसुर ते बेताल। दर्दमंद नू कोई न छेड़े जिसने आपे...