आदि देव शंकर  तेरी हो कृपा। कैलाशवासी हे अविनाशी गाऊं तेरी वंदना। आशुतोष शिव तुम हो...

सदाशिव शंकर दाता पूरण ब्रम्ह जगत पितुमाता भक्तन के हितकर सदा कैलास बसातारे ॥ टेक ॥...

शंकर तेरी जटा में चले धार गंग है उठते हैं बार बार वारिके तरंग है ॥...

महामंत्र है यह जपा कर जपा कर हरि ओम् तत् सत हरि ओम् तत् सत। जब...

आरती करो शंकर की करो हरि हर की करो नटवर की भोले शंकर की आरती करो...