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Bairagan
मैं बैरागन हूँगी बाला जिन भेषयां म्हारो साहेब रीझे सोही भेष धरूँगी। संतोष धरूँ घट भीतर...
Bairagan
मैं बैरागन हूँगी बाला जिन भेषयां म्हारो साहेब रीझे सोही भेष धरूँगी। संतोष धरूँ घट भीतर...