भले पूछो ना तमे मने के तुं केम छे भले ना पूछो मुझसे आप के मैं...

देख सखी जगदीश्वरी कैसी होरी रचाई ॥ टेक ॥ पृथिवी रंगभूमि सुखदायक गगन कनात लगाई वृक्ष...