जगत में स्वारथ का व्यवहार बिन स्वारथ कोई बात न पूछे देखा खूब बिचार ॥ टेक...

सदाशिव शंकर दाता पूरण ब्रम्ह जगत पितुमाता भक्तन के हितकर सदा कैलास बसातारे ॥ टेक ॥...

झूठ सब जगत पसारा सोचसमझ नर देख बिचारा मूरख गर्व करे मनमें हरिनाम बिसरारे ॥ टेक...