चेतन हो जाए वख, ते ऐ बुत्त मिट्टी दा।
कोई ना सकदा रख, ते ऐ बुत्त मिट्टी दा।।

1. अन्दर हंस ते चेहरे लाली, उड़ जाए हंस ते पिंजरा खाली।
अन्दर हंस न रहंदा जेकर, पिजंरा केडे़ कम दा।।

2. जद इस तन तों निकलन प्राण, आखण लै चलो शमशान।
कोई ना सकदा रख।।

3. चेतन नाल चोला अनमोल, बिन चेतन ऐदा मोल न तोल।
कोई ना सकदा रख।।

4. चेतन दी है महिमा न्यारी, प्यार ने कर दे सब संसारी।
निकल गए जद प्राण, ते ऐ बुत्त मिट्टी दा।।

Chetan ho jaae vakh, te ai butt mittee daa.
Koee naa sakadaa rakh, te ai butt mittee daa..

1. Andar hans te chehare laalee, ud jaae hns te pinjaraa khaalee.
Andar hns n rahndaa jekar, pinjraa keDe kam daa..

2. Jad is tan ton nikalan praan, aakhaN lai chalo shamashaan.
Koee naa sakadaa rakh..

3. Chetan naal cholaa anamol, bin chetan aidaa mol n tol.
Koee naa sakadaa rakh..

4. Chetan dee hai mahimaa nyaaree, pyaar ne kar de sab snsaaree.
Nikal gae jad praan, te ai butt mittee daa..