गुरुदेव दया कर दो मुझ पर, मुझे अपनी शरण में रहने दो,
इस ज्ञान के सागर में स्वामी, मुझे निर्मल गागर भरने दो।
1. तुम्हरी शरण में जो कोई आया, पार हुआ वो इक पल में,
इस दर पे हम भी आये हैं, इस दर पे गुजारा करने दो।
2. सिर पर छाया घोर अँधेरा, सूझत नहीं राह कोई,
ये नैन मेरे और ज्योति तेरी, इन नैनों को भी बहने दो।
3. चाहे डुबो दो चाहे तरा दो, मर भी गए तो देंगे दुआ,
ये नाव मेरी और हाथ तेरे, मुझे भव सागर से तरने दो।