हो रही है तेरी जै जै कारि
देवता आए फुल्ल वरसाए, जै जै कारि

धनि धनि हमारे भाग घरि आइआ पिरु मेरा।।
सोहे बंक दुआर सगला बनु हरा।।
हर हरा सुआमी सुखह गामी अनद मंगल रसु घणा।।

नाउ गरीब निवाजु है बेमुहताज न मोहु मुहाबा॥
सतिगुरु सचा पातिसाहु बेपरवाहु अथाहु सहाबा॥
काइमु दाइमु साहिबी हाजरु नाजरु वेद किताबा॥