श्याम प्यारे न दूर जाया करो,
दिन राती बंसरी वजाया करो।
1. सुबह सवेरे उठां याद पहलां तेरी ही,
उठदेयाँ बैठदेयाँ सुरतिया तेरी ही,
रह अखियां दे कोल न दूर जाया करो,
दिन राती बंसरी वजाया करो।
2. जमना किनारे बैठ याद करां तेरी ही,
धारा बहे आसूंआं दी अखियां चों मेरी जी,
छेती-छेती दरस दिखाया करो,
दिन राती बंसरी वजाया करो।
3. कहंदी जदों श्याम श्याम, श्याम याद आवे जी,
हर घड़ी हर पल याद तेरी आवे जी,
ऐवें ही सानूं ना रुलाया करो,
दिन राती बंसरी वजाया करो।
4. दुनिया बेगानी है मन नूं ना भांवदी,
श्याम दी दीवानी मैं श्याम श्याम गावदी,
अखियां मिलाओ ते जी तरसाया ना करो,
दिन राती बंसरी वजाया करो।