जियरा जाहुगे हम जानी। टेक
राज करन्ते राजा जइहैं, रूप करन्ते रानी।
चाँदो जइहैं सूर्यो जइहैं, जइहैं पवन और पानी। १
मानुष जन्म अहै अति दुर्लभ, तुम समझो अभिमानी।
लोभ लहर की नदी बहत है, बूड़ोगे बिनु पानी । २
योगी जइहैं जंगम जइहैं, और जइहैं बड़ ज्ञानी ।
कहैं कबीर एक संत न जइहैं, जिनके चित ठहरानी । ३
Jiyara jahuge hum jaani | tek
Raaj karante raja jayihain, roop karante rani
Chaando jayihain suryo jayihain, jayihain pavan aur paani | 1
Maanush janm ahai ati durlabh, tum samjho abhimaani
Lobh lehar ki nadi bahat hai, Boodoge binu paani | 2
Yogi jayihain jangam jayihain, aur jayihain bad gyaani
Kahain kabir ek sant na jayihain, jinke chitt thehrani | 3