जोगिया से मेरा दिल लागा । टेक
जब से प्रीति लगी जोगिया से, भयो हंस मन कागा । १

जोगिया कारण जोग कमाऊँ, आठ पहर रहूँ जागा । २

हर क्षण जोगिया मौज करत है, पाय अमर पद पागा । ३

कहैं कबीर सुनो भाई साधो, जरा मरण भ्रम भागा । ४