साधो हर में हरि को देखा । टेक
आपै माल औ आप खजाना, आपै खरचनवाला ।
आप गली गलि भिक्षा माँगै, लिये हाथ में प्याला । १
आपहि मदिरा आपै भाठी, आप चुवावनहारा ।
आप सुराही आपै प्याला, आप पिवै मतवाला । २
आपुहि नैना आपहि बैना, आपहि कजरा काला ।
आप गोद में आप खेलावै, आपै मोहनवाला । ३
आपहि द्वारे ब्राम्हण बैठा, मक्का में दरवेसा ।
कहत कबीर सुनो भाई साधो, हरि जैसा का तैसा । ४
Saadho kar mein hari ko dekha | tek
Aapai maal au aap khajaana, aapai kharchanwala
Aap gali gal bhiksha maangai, liye haath mein pyaala | 1
Aaphi madira aapai bhaatthi, aap chuvaavanhaara
Aap suraahi aapai pyala, aap pivai matvala | 2
Aapuhi naina aaphi baina, aaphi kajra kaala
Aap god mein aap khelavai, aapai mohanwala | 3
Aaphi dwaare bramhan baitha, makka mein darvesa
Kahat kabir suno bhai saadho, hari jaisa ka taisa | 4