सतगुरु मुझे राम मिला देना। जन्मजन्म से भटक रहा मैं आस लिये तेरे पास आया मैं...

श्री गिरधर आगे नाचूँगी। नाचनाच पिव रसिक रिझाऊँ प्रेमी जन को जांचूँगी। प्रेम प्रीत का बाँध...

शिव शिव शिव ओम् शिव ओम् शिव ओम्। त्रयंबकेश्वर है नाम तेरा तू ही है जगदीश्वर...

वाहवाह रमज़ सजन दी होर आशिक बिनां न जाने कोर। कोठे ते चढ़ देवां होका इश्क़...

लागी रे। प्रेम प्याला भरभर पीऊँ सुरती ऐसी जागी रे। पूछो न कोई हाल है कैसा...

लाईयाँ मैं लाईयाँ अखियाँ तेरे नाल। घोल घुमाई सजणां तेरे नाम। ढूँढ थकी मैं चार चुफेरे...

लाईयां प्रीतां तेरे नाल इश्क जगिआ धमाल। वे मेरा वस्स न कोई नी मैं कमली होई।...

लगी मोहि राम खुमारी। रिमझिम बरसे मेहड़ा भीजै तन सारी चहुं दिस दमकै दामनी गरजै घन...

रूप देख अटकी हाँ रूप देख अटकी। देह ते विदेह भई धर पर सिर मटकी। मात...

राम रस मीठा रे कोई पीवे संत सुजान। इहि रस मुनि लागै सबै ब्रह्मा विष्णु महेश...

राम नाम मेरे मन बसियो रसियो राम रिझाऊँ ए माए। मैं मदभागन करम अभागन कीरति कैसे...

रंगन वालया ललारिया मैंनू रंग दे। मन रंग दे मेरा तन रंग दे। ऐसा रंग रंगों...