Satsang
बिन सतसंग कुमति न छूटी । टेक चाहे जाओ मथुरा चाहे जाओ काशी हृदय की मोह...
सत्संग बिना जिय तरसे हो । टेक इस सत्संग में लाभ बहुत हैं तुरत मिलावै गुरु...
सतसंग लागि रहो रे भाई तेरी बिगड़ी बात बन जाई । टेक दौलत दुनिया माल खजाना...
आपनी आपनी ख्याल में मस्त हैं चार अरु असी का जीव सारा । १ करत आचार...
आन पड़ा चोरन के नगर सत्संग बिना जिय तरसे हो ॥ टेक हरि सो हीरा...
करो सतसंग पियारा जन्म सफल हो जाय तुमारा संशय सकल मिटाय ज्ञानका होय उजारारे ॥ टेक...
नर करले रे सतसंग तेरा जन्म सफल होय ॥ टेक ॥ काशी गया दुवारका रे कोटिन...
चलो चलो सखियाँ मिल जाइये रे सत संगत में हरिगुण गाइये रे ॥ टेक ॥ सतसंगत...
जा दिन मन पंछी उड़ जैहैं।। ता दिन तेरे तन तरुवर के सबै पात झरि जैहैं।...
जा दिन मन पंछी उड़ि जैहैं। ता दिन तेरे तन तरुवर के सबै पात झरि जैहैं।...