आन मिलो श्याम सांवरे  बृज में अकेली राधा खोईखोई फिरे। वृन्दावन की गलियों में तुझ बिन...

आओ आओ श्याम जी ज़रा खेल हम खेलीजै सुंदर श्याम राज नट नागर अनखीले । तुम...

शाम के संग खेलो होरी जन्म सफल कर लो री सखी मिल आज चलो री ॥...

मोहनी मूरत शामकी कब नजर आयगी ॥ टेक ॥ रास हास कर बिलास मनको हर लिया...

कंकड़िया मार के जगाया श्याम चुपके से भवन में आया श्याम दिखने में भोला भाला नटखट...