दीदार करो रोसन प्यारे गुलज़ार यही है और न कोई । १ दरगाह में पीर मुकाम...

अलख के पलक में खलक सब जायगा परख दीदार दिल यार तेरा । सुरत में निरत...

तेरे दीदार के लिये बंदा हैरान है सुनते नही हो अरज क्यों दयानिधान है ॥ टेक...