मैं कासों कहूँ कोई न माने कही । बिन सतनाम भजन यह बिरथा आयु जाय रही...

मेहर बिनु मेहरबां किस तरह पाइये । टेक मेहर की कफनी कुलह भी मेहर की मेहर...

मेरे सतगुरु पकड़ी बाँह नहिं तो मैं बहि जाता । टेक करम काटि कोयला किया ब्रम्ह...

मिलो प्यारे संत सुजान सनेही । बहु दिन बीते तुम बिछुड़े को चेतो बेरिया येही ।...

मिलै जो साधु तो बोलना खूब है होय बकवाद तहँ ज्ञान टूटे । १ साधु के...

मिलना होय तो मिल जुल लीजै येही दम का मेला है । टेक दीपक है सो...

मिथ्या माया जाल जगत मन क्योें तू देख भुलाया है । टेक सुमन सुहावन सुंदर फल...

माल जिन्होंने जमा किया सौदा परिहारे जाते हैं । टेक ऊँचा नीचा महल बनाया जा बैठे...

माया मोहिनी मन हरन । भोगियन सब पीस डारे जोगिया बस करन । टेक चंचल चपल...

माने न कोई हमार कहा । चौरासी योनि से मरके तृष्णा की धार बहा । टेक...

माई मैं दूनों कुल उजियारी । टेक सासु ननद पटिया मिलि बंधलों भसुरहि परलों गारी ।...

मृतक को पायो अब हम मृतक को घर पायो । १ यश अपयश दोऊ से न्यारा...