हरि नाम के हीरे मोती मैं बिखरावाँ गलीगली ले लो रे कोई राम का प्यारा शोर...

गुरु जी मैंणू भुल न जांवी मेरे घर फेरा पावीं। रोंदियां ने अखां दीदार दे लई।...

टिकटां लै लो जी सत् गुरां ने रेल चलाई। सारे बै जाओ जी सत् गुरां ने...

सत् गुरां दे चरणां उत्तों पूरे गुरु दे चरणां उत्तों। मैं बलिहार हो गया मेरा उजड़िया...

सत् गुरु तेरे चरणों की गर धूल ही मिल जाए। सच कहती हूँ मैं सत् गुरु...

सुनो दर बदर ठोकरें खाने वालों सत् गुरु के दर पे मुकद्दर जगा लो। जो चाहोगे...

ये प्रेम सदा भरपूर रहे गुरुदेव तुम्हारे चरणों में। ये अर्ज़ मेरी मंजूर रहे गुरुदेव तुम्हारे...

मैं नींवी मेरा सत् गुरु उच्चा उच्चयां दे संग लाई। सदके जावां एना उच्चयां तो जिन्हा...

नमो नमो गुरु को नमो नमो हजारों बार। गुरु के पाए जो लगे उतरे भव से...

नचदी है मेरी रूह मिल गए ने सत् गुरु। ओ देख ओन्हा दा मुखड़ा हो जावे...

तारों में चन्द्र समान हो गुरुदेव तुम्हारी जय होवे। हम सब के जीवन प्राण हो गुरुदेव...

तू मेरा जीवन आसरा मेरे शहंशाह मेरीयां अखियां दे तारे मैं ते बस हुन जी रहीयां...