सन्तन जाति न पूछो निर्गुनिया । टेक साधै ब्राह्मण साधै क्षत्रिय साधै जाती बनिया । साधुन...

मिलो प्यारे संत सुजान सनेही । बहु दिन बीते तुम बिछुड़े को चेतो बेरिया येही ।...

मंगल अगम अनूप सन्त जन गावहीं । उपजत प्रेम विलास तो आनंद बढ़ावहीं । टेक प्रथमहिं...

रहना है होशियार नगर में इक दिन चोरवा आवेगा।। तोप तीर तलवार न बरछी नाहीं बंदूक...

संतों सो उतरे भव पारा। मन की इच्छा सब ही त्यागे छाड़े विषय विकारा।। धीर गम्भीर...