Satguru
ओंकार स्वरूपा सदगुरु समर्था अनाथाच्या नाथा तुज नमो।। धृ ।। नमो मायबापा गुरु कृपाघना तोडी या...
सदगुरु मोरे साँवल शाह प्यारे हैं। कैसे कहूँ वो तो दुनिया से न्यारे हैं।। वाणी ऐसी...
मैं वारी जाऊं सदगुरु की जिन लायी राम स्यों यारी। मन तो पापी भागता जाये क्षणभंगुर...
गुरुजी म्हारा कान मां कही कही गया। सदगुरु मेरा दिल में रहता सत पथ की राह...
गुरुदेव से निराला कोई और नहीं। बेड़ा पार लगाने वाला कोई और नहीं। माया के वह...
संतो सदगुरु अलख लखाया। परम प्रकाशक ज्ञान पुंज घट भीतर में दरशाया।। मन बुद्धि बानी जाहि...
संतो सो सदगुरु मोहि भावै जो आवागमन मिटावै। डोलत डिगै ना बोलत बिसरे अस उपदेश सुनावै।।...
मेरे सदगुरु दई बताय दलाली लालन की।। लाल पड़ा मैदान में कीच रहा लपटाय। निगुरेनिगुरे लख...
मन रे प्रभ की सरनि बिचारो।। जिह सिमरत गनका सी उधरी ता को जसु उर धारो।।...
रे मन राम सिउ करि प्रीति।। स्रवन गोबिंद गुनु सुनहु अरु गाउ रसना गीति।। करि साधसंगति...
रे मन ऐसो कर संनिआसा।। बन से सदन सबै कर समझहु मन ही माहि उदासा।। जत...
मन मेरिआ अंतरि तेरै निधानु है बाहरि वसतु न भालि।। जो भावै सो भुंचि तू गुरमुखि...