Sumiran
मन राम सुमिर पछतायेगा । पापी जियरा पाप करत है आज काल छुट जायेगा । टेक...
सत्य नाम का सुमिरण करले कल जाने क्या होय । जागु जागु नर निज आतम में...
सुमिरन बिनु गोता खाओगे । टेक मूठि बाँधे गर्भ से आया हाथ पसारे जाओगे । १...
सुमिरन बिन अवसर जात चली। टेक बिन माली जस बाग़ सूखि गै सींचे बिन कुम्हिलात कली...
सुमिरन कर ले मेरे मना । टेक हस्ति दन्त बिनु पंछी पंख बिनु नारी पुरुष बिना...
ऐसे राम कहे का होई जो मन की दुबिधा नहिं खोई। राम कही कहि नरक परत...
अवसर बार बार नहिं आवै । जो चाहो करि लेव भलाई जन्म जन्म सुख पावै ।...
तेरे नाम दी मय पीवाँ पी पी मस्त रहाँ संग तेरे मैं जीवाँ। रुत बदलाँ वाली...
भजहु गोबिंद भूलि मत जाहु।। मानस जनम का एही लाहु।। गुर सेवा ते भगति कमाई।। तब...
तेरे नाम का दीप जगाऊँ साहिबा गुण गाऊँ। तूने ही जीवन दिया है तूने ही हृदय...
हरि हरि सुमिरन करो। ता का सुमिरण जो कोई करे ता की दुविधा दूर करीं। प्रेम...
हरि हर जप ले री औसर बीतो जाये। जो दिन गये सो फिर नहीं आवै कर...