Vairaagya
की दम दा भरोसा यार दम आवे न आवे। आ रल मिल करिये याद दम आवे...
इस काया का होवे विनाश है। तू तो साक्षी स्वयं प्रकाश है।। पंच भूतों का तन...
किसे नाल राग नहीं किसे नाल द्वेष नहीं आत्मा आनन्द मैनूं कोई वी कलेश नहीं। कौड़ा...
लै चल पवन उड़ा जित्थे प्रीतम दा देस। दुःख नाही सुख नाहीं आनन्द दा है भेस।...
बड़ी मुश्किल से नर तन मिला है ये गंवाने के काबिल नहीं है। नाम हरि का...
तेरा हाथ जिसने पकड़ा वो रहा ना बेसहारा। दरिया में डूब कर भी उसे मिल गया...
उतरा सागर में उसको ही मोती मिला। खोज जिसने भी की मैं उसी को मिला।। तूने...
किस कारण जोग लिया हुई मैं दासी उन चरनन् की। इस कारण मैंने जोग लिया।। भगवा...
दीवा बाल के मिटा लै अंधेरा कुल्ली दे विचों राम लभ लै। खा गया ए तैनूं...
सब कुछ तेरा कुछ नहीं मेरा। संगता ममता सत् गुरु तोड़ी प्रेम की डोर तुम संग...
हरि बिन कौन सहाई मन का। मात पिता भाई सुत बनिता हित लागो सब फन का।...
हर हर ओम् हर हर ओम्। जंगल में जोगी बसता है वो रोता है ये हँसता...