Vairagya
साधू हूँ अपनी होश को साधूँ। सोई रही मैं चिर निद्रा में घोर अमावस में चिर...
मुझे सस्ता पड़ा प्यार तेरा मेरा छूट गया संसार रे। तेरे बिना अब कोई न मेरा...
मन रे तू कर ले साहेब सों प्रीत। सरन आये सो सबहिं उबारे ऐसी उनकी रीत।...
प्राणी क्या तेरा क्या मेरा जैसे तरवर पंखि बसेरा। जल की भीति पवन का थंभा रक्त...
जा दिन मन पंछी उड़ि जैहैं। ता दिन तेरे तन तरुवर के सबै पात झरि जैहैं।...
जीवन मौत का खेल है बन्दे क्या रोना क्या धोना। जितनी चाबी भरी राम ने उतना...
जिस तन लगया इश्क़ कमाल नाचे बेसुर ते बेताल। दर्दमंद नू कोई न छेड़े जिसने आपे...
काया नहीं तेरी नहीं तेरी मत कर मेरीमेरी। ये तो दो दिन की जिन्दगानी जैसा पत्थर...
कैसा नाता रे जग में कैसा नाता रे। मन फूला फूला फिरे न जगत में कैसा...