सत्यानंद स्वरूपिणी भगवती जगदम्बे।
जगदम्बे जय जगदम्बे जय जगदम्बे।
1. हे जगतारिणी भवमोचनी माहेश्वरी अम्बे,
सुरवरदायिनी मंगलरूपिणी, वर दे हे अम्बे।
2. हे कात्यायिनी हे जगमोहिनी सुरेश्वरी अम्बे,
करुणासागरी शक्तिरूपिणी, वर दे हे अम्बे।
3. हे भवप्रीता आर्या दुर्गा महातपा अम्बे,
सर्वमन्त्रमयी ज्ञानरूपा, वर दे हे अम्बे।
4. हे महोदरी हे शिवदूती नारायणी अम्बे,
विमलोत्कर्षिणी तुझे पुकारें, वर दे हे अम्बे।