जिसका तुम्हें अभिमान है, ये भी न रहेगा ।
जिस बल पर तुहें नाज़ है, ये भी न रहेगा ।।

1. तुम गा रहे गर्व से अपना वैभव प्रताप ।
झूठा सभी सामान है ये भी न रहेगा ।।

2. सोचो तो कैसे कैसे जमाने गुज़र गए।
जिनसे है तू हैरान ये भी न रहेगा ।।

3. आये हैं चले जाएंगे कुछ रोज़ के मेहमान।
क्या देखता नादान है ये भी न रहेगा ।।

4. ऐ पथिक बन महान भगवान के लिए।
ऐ पथिक परम पूज्य बन भगवान के लिए।  
जो कुछ है नाशवान है ये भी न रहेगा।।