Vairaagya
जब पूर्ण सतगुर देव मिले फिर दूसरा देव मनाना क्या। आत्म में आत्म देव मिले फिर...
जोगी जन जागत रहियो भाई। जागत रहियो सोया न जइहो चोर मूसि ले जाई। । बिरह...
हमका ओढ़ावे चादरिया चलती बिरिया। प्राण राम जब निकसन लागे उलट गई दोउ नैन पुतरिया। भीतर...
साधो यह मुरदों का गाँव साधो पीर मरै पैगम्बर मरिहै मरिहै जिंदा जोगी। चंदा मरिहै सूरज...
रांझा जोगिड़ा बन आया वाह सांगी सांग रचाया। ऐस जोगी दे नैन कटोरे बाजां वागूं लैंदे...
जीवन बहंदा पानी ए जो वापस नहीं आयेगा। जप ले नाम गुरां दा तू ऐहो पार...
कफन को बांधि के करै तब आसिकी आसिक जब होय तब नाहिं सोवै। चिंता बिना आग...
जोगिया मेरे घर आये। कानन कुण्डल गले मृग सोहत अंग विभूति लगाए। भीतर बाहर मौन जोगी...
एक दिन जाना है अपने देश को जाना यह देश बेगाना है अपना क्यों घर माना।...
देख लिया दुनिया का सारा नजारा। न हम किसी के न कोई हमारा।। झूठी है दुनिया...
हरि को भज ले प्राणी कहीं वक़्त टल न जाए कंचन सी तेरी काया मरघट में...
नी माये जोगी बनन नूं जी करदा। कनीं मुंदरां मैं पंवा मत्थे तिलक लगावां पाके जोगी...