अब मैं आनंद का घर पायो॥  जब से दया भई सतगुरु की अभय निशान बजायो॥  काम...

करत उन्माद विष स्वाद संसार का मगन मस्तान है तासु माहीं। नैन मद अंध अरु बैन...

जीना है तो मौज से जी हर दम आत्म रस को पी। आत्म रस को पी...

मुझे मेरी मस्ती कहाँ ले के आई जहाँ मेरे अपने सिवा कुछ नहीं है। लगा जब...

राम कहो राम कहो राम कहो बांवरे। अवसर न खोए भोंदू पायो भलो ठांव रे।। जिन...

जब अपने ही घर में खुदाई है काबे में सजदा कौन करे। जब रूप राम का...

सुख आते हैं दुख आते हैं। इन आते जाते सुख दुख में हम मस्त रहते हैं।।...

राम रस मीठा रे कोई पीवे संत सुजान। इहि रस मुनि लागै सबै ब्रह्मा विष्णु महेश...

मुझ जैसा कौन शराबी मेरी अदा जुदा है सबसे। मेरा नशा गलत नहीं है मेरा नशा...

महामंत्र है यह जपा कर जपा कर हरि ओम् तत् सत हरि ओम् तत् सत। जब...

मस्तों के जो इशारे समझेगा मस्त होगा। उनकी कृपा से उनको समझेगा मस्त होगा। मस्ती में...

मस्तों की महफिल में आ के तो देखो। ज़रा तुम खुदी को मिटा के तो देखो।...