मुझे अपना जीवन बनाना न आया। रूठे प्रभु को मनाना न आया।। भटकती रही दुनिया वालों...

बड़ा औखा प्रभु प्रेम वाला राह सोच के चल मन वे। जे है प्रभु दे मिलन...

हो जा खुशी से अपने भगवान के हवाले मर्जी पे छोड़ उसकी दाता जैसे भी वो...

नी मैं साई नाल अखियाँ लाईंया। साहिब मेरा अलख निरंजन तेरीयां बेपरवाईयां।। साहिब मेरा झोलियां भरदा...

नी माये जोगी बनन नूं जी करदा। कनीं मुंदरां मैं पंवा मत्थे तिलक लगावां पाके जोगी...

नी मैं जाना सांई दे नाल। या रब कैसा दिन है चढ़या मन मेरा सांई चरणां...

प्राणों से करते पूजा इस दिल में है न दूजा फिर समझ क्यों न आए मेरा...

की दम दा भरोसा यार दम आवे न आवे। आ रल मिल करिये याद दम आवे...

तू अपना आप विचार बाहर क्या ढूँढे। तू ही गंगा तू ही जमुना तू ही निर्मल...

सकल रहा भरपूर मेरा प्यारा मेरा प्यारा। नहीं नेड़े नहीं दूर मेरा प्यारा मेरा प्यारा।। जल...

अरे आत्मा रे तुझे किसका डर है। तू हस्ती से अपनी खुद बेखबर है।। जिसम हो...

दिल में दिलबर मिल गया काबे में जायें क्या ज़रूर। दुई से हम पाक हुए गंगा...